कवि सम्मेलन का जिम्मा ले तो लिया जी। पता नहीं कैसे सब व्यवस्था हो पायेगी। आर्थिक तो कोई समस्या नहीं है। बस यह आयोजन बिना हो-हुल्लड और हंगामें के शांति से निपट जाये। बस आप सबका आशिर्वाद चाहिये। अभी तक तो सब तैयारियां ठीक ठाक चल रही है। पहला प्रयास है, सफल हो जाये तो अगली बार के लिये हौंसला आ जायेगा और लोग अपने आप जुड जायेंगे।
Monday, December 20, 2010
इस आयोजन के बाद क्या?
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प्रिय अमित, मित्रों की शुभकामनायें हमेशा साथ समझना।
ReplyDeleteनिश्चित रूप से आयोजन सफ़ल होगा।
राम राम।
सफल रहोगे ...शुभकामनायें !!
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