Friday, December 30, 2011

सांपला ब्लॉगर्स मीट से जुडी पोस्ट

मैं सभी मित्रों का हार्दिक धन्यवाद और आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने अपना अमूल्य समय खर्च करके और ठंड में लंबी यात्रा की परेशानियों को झेलते हुये सांपला ब्लॉगर्स मिलन में उपस्थिति दी। सुश्री संगीता पुरी जी और श्री ललित शर्मा जी ने प्रॉक्सी अटेंडेंस भी लगाने की कोशिश की थी। इनका फोन आना ये दर्शाता है कि इन ब्लॉगर्स का मन तो सांपला में ही है पर किन्हीं मजबूरियों की वजह से नहीं आ पाये हैं।

सांपला ब्लॉगर्स मीट से जुडी अन्य पोस्ट
सांपला ......एक मुलाकात , हरियाणा के गांव की ,अंतर्जाल के बाशिंदों से

जब अलबेला खत्री स्टेशन से उठाए गए … सांपला ब्लागर मीट 24-12-11 (भाग-1)

कवि सम्मेलन और रज़ाई वार्ता … सांपला ब्लागर मीट 24-12-11 (भाग-2)

कमाल है ब्लोग्गेरो के मेल-जोल होने पर भी कसी को किसी तरह का द्वेष हो सकता है....?(कुँवर जी)
सांपला, ब्लॉगर मीट, अन्ना भाई...खुशदीप
SAMPLA BLOGGER MEET साँपला ब्लॉगर मिलन 1
"SAMPLA BLOGGER MEET साँपला ब्लॉगर मिलन समापन किस्त "
कुछ लोग ऐसी ब्लॉगर्स मीट पर प्रश्नवाचक दॄष्टि रखते हैं। उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि ब्लॉगिंग उत्थान संबधिंत गंभीर मसलों पर विचार के लिये तो ब्लॉगपोस्ट से बढिया क्या हो सकता है। और ये ब्लॉगर मीट तो केवल मिलने-मिलाने के लिये ही थी। आभासी रिश्ते जब आमने-सामने होते हैं तो कितने ही वास्तविक रिश्ते फीके लगने लगते हैं, इन रिश्तों गन्नों की मिठास तो इन्हें खाने वाला ही जान सकता है। दूसरी बात इस मीट से पहले जिस क्षेत्र में कोई ब्लॉग शब्द को नही जानता था, वहां से 4-5 नये ब्लॉगर्स पैदा होने के लिये तैयार खडे हैं तो क्या ये बात हिन्दी ब्लॉगिंग के लिये बुरी है। ऐसी ब्लॉगर्स मीट से एक उत्साह पैदा होता है, जो ब्लॉगिंग में ऊब रहे लोगों में ऊर्जा का संचार भी करता है।
 

Monday, December 19, 2011

मुझे तो मजबूरी में करना पडता है

एक कहावत है -
"अपने बच्चे और पडोसी की घरवाली सबको अच्छे लगते हैं"
एक बार फत्तू चौधरी घर आये तो देखा की उनका मित्र रलदू उनकी पत्नी का आलिंगन किये हुए है। फत्तू को देखते ही दोनों घबरा गये और सकपका कर अलग-अलग खडे हो गये। 
फत्तू चौधरी - अरे रलदू, तू भी
रलदू - नहीं नहीं॥…………
फत्तू चौधरी - अरे मुझे तो यह करना पडता है, क्योंकि यह मेरी पत्नी है, मगर तू भी इसे आलिंगन कर रहा है, तेरी क्या मजबूरी है???



आयोजन, स्थल, रास्ते, समय आदि की पूरी और विस्तृत जानकारी के लिये नीचे दिये लिंक्स पर क्लिक करें।
कौन-कौन आ रहा है एक बार फिर से नजर मार लें और जिनके नाम निम्न सूचि में नहीं हैं कृप्या टिप्पणी ईमेल या फोन द्वारा इन नम्बरों पर श्री राज भाटिया जी को 09999611802 या अन्तर सोहिल (मुझे) को 09871287912 पर अपने आने की खुशखबरी जल्द दें।
श्री सतीश सक्सेना जी और श्री शाहनवाज जी की भी आने की पूरी संभावना है।

Tuesday, December 13, 2011

क्या इसे अन्तर्राष्ट्रीय ब्लॉगर्स मिलन कहें?

शनिवार, 24 दिसम्बर 2011 को सांपला में हास्य कवि सम्मेलन और ब्लॉगर मिलन का आयोजन किया जा रहा है।  ब्लॉगर्स मिलन सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक और कवि सम्मेलन शाम 7:30 बजे से आरम्भ होगा। आप सबका स्वागत है। सांपला एक छोटा सा टाऊन है, जो दिल्ली - हिसार रोड  (NH-10) पर बहादुरगढ और रोहतक के बीच में बसा है।   
आयोजन स्थल तक आने के लिये सबसे सस्ता और सुविधाजनक वाहन रेलगाडी है। सांपला रेलवे स्टेशन से 2 मिनट पैदल चलकर आप पंजाबी धर्मशाला पहुँच सकते हैं। रेलगाडी से आने वालों के लिये दिल्ली से शकूरबस्ती, नांगलोई, बहादुरगढ से आगे सांपला स्टेशन है। दिल्ली से सडक या रेल दोनों माध्यम द्वारा अधिकतम 1 घंटे का, 45 किमी का सफर है।
आप मुण्डका तक मैट्रो रेल से भी आ सकते हैं। मुण्डका मैट्रो स्टेशन से आपको बहादुरगढ और सांपला के लिये बसें आराम से मिल जायेंगी। अपने वाहन से आने वालों को दिल्ली करनाल बाईपास या पंजाबी बाग से पीरागढी चौक-नांगलोई-बहादुरगढ के रास्ते आना है। लगभग पूरा रास्ता बहुत बढिया बना हुआ है। पंजाबी बाग से सांपला की दूरी 40 किमी और रोहतक से 23 किमी है। बहादुरगढ से निकलने के बाद आपको बायीं तरफ कनक ढाबा दिखाई दे तो समझ जाईयेगा कि आप सांपला में प्रवेश कर चुके हैं। कनक ढाबा से थोडा आगे चलते ही सांपला नगरपालिका का स्वागत करता हुआ दरवाजा दिखाई दे जायेगा। या कनक ढाबा से 2 किमी आगे आपको जो भी मोड दायीं ओर जाता दिखे, उसी पर मुड जाना है।
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श्री सतीश सक्सेना जी और श्री शाहनवाज जी की भी आने की पूरी संभावना है।
अन्तर सोहिल का प्रणाम स्वीकार करें