राजेश जी को फोन पर कहा - "ब्रेक" :)
राजेश जी स्तब्ध थे, पूछ रहे थे कि मैं कहां हूं और मैं बाथरूम में था। फिर उन्हें कहा कि ये तीन तिलंगे भी ब्लॉगर्स हैं पकड लो इन्हें:) हा-हा-हा राजेश जी की गाडी गन्नों और रेवडीयों से भरी हुई थी। गन्ने मेरी फरमाईश और रेवडियां नीरज जाटजी के लिये थी। लेकिन नीरज जाटजी के ना आने से मेरे साथ राजेश जी का चेहरा भी उतरने लगा था।